तुम कभी कभी यूं किया करो
तुम कभी कभी यूं किया करो, छोड़ो मेरी शायरी, दिल पड़ लिया करो।
या यूं किया करो छोड़ो मेरी बाते,बस धड़कन सुन लिया करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो,
छोड़ के हाथ में थमी सिगरेट, मेरा हाथ पकड़ लिया करो और एक पल हमको भी जी लिया करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो,
छोड़ो जंग लगी जंजीरे दिल की, दिल खोल दिया करो
तुम कभी कभी यूं किया करो ,
ख्वाब छोड़ हकीकत मुकम्मल कर दिया करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो,
छोड़ कर हजटेग, फोरेवर के वादे , सिम्पल सी मुलाकात किया करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो,
तुम कभी कभी यूं किया करो,
छोड़ो मेरी शायरी दिल पड़ लिया करो।
तुम कभी कभी कुछ यूं किया करो ,
छोड़ो ये वक़्त बस लम्हे जी लिया करो।
तुम कभी कभी यूं भी किया करो, जब भी सोचो हमें तो अपना खयाल रख लिया करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो, छोड़ कर वजह बस बेवजह अच्छे लगा करो।
तुम कभी कभी यूं किया करो,
छोड़ो मेरी शायरी दिल पड़ लिया करो।