तुम अपने माता से,
तुम अपने माता से,
क्षण भर द
नहीं चाहिए ऐसा प्रेम,
जो मुझको मुझसे दूर कर दे,
बस छोटे से आसमान के नीचे,
रहने को मजबूर कर दे।
बिंदेश कुमार झा
तुम अपने माता से,
क्षण भर द
नहीं चाहिए ऐसा प्रेम,
जो मुझको मुझसे दूर कर दे,
बस छोटे से आसमान के नीचे,
रहने को मजबूर कर दे।
बिंदेश कुमार झा