=*तुम अन्न-दाता हो*=
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मेरे किसान भाई ! मेरी विनती है भाई।
खरीफ फसल की समय पर करें कटाई।।
अब रबी फसल की तैयारी करलो भाई।
खाद, बीज, दवा का प्रबंध करलो भाई।।
खेत की करना है जुताई /साफ-सफाई।
खेत की मिट्टी की जांच कराना है भाई।।
मिट्टी की जांच उपरांत खेती-कार्य करें।
सिफारिश अनुसार उर्वरक उपयोग करें।।
साफ-सुथरा, प्रमाणित बीज चयन करें।
बीजोपचार करके समय पर बुआई करें।।
अन्तरवर्तीय फसलों को प्राथमिकता देवें।
जैविक खेती करें, जैविक को बढ़ावा देवें।।
खड़ी फसलों की देख-रेख करना ना भूले।
खरपतवार-नियंत्रण-कार्य, करना ना भूले।।
फसलों में पौध-संरक्षण कार्य समय पर करें।
आवश्यकतानुसार– फसलों में सिंचाई करें।।
रबी- फसलें पकने पर, समय पर कटाई करें।
फसल कटाई बाद, बीज भण्डारण कार्य करें।।
जहा से भी कृषि ज्ञान मिले- ज्ञान प्राप्त करें।
कृषि विभाग की सलाह पर कृषि कार्य करें।।
किसान भाई! तुम जन-जन के अन्न-दाता हो।
बारिश, ठंड या गर्मी हो, तुम मेहनत कर्ता हो।।
अन्न बिना जीवन नहीं, तुम्हीं जीवन-दाता हो।
कृषि प्रधान देश! भारत के भाग्य विधाता हो।।
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रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल(उज्जैन,मध्यप्रदेश)*
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