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16 Feb 2022 · 1 min read

तुम्हे याद नहीं आई ___ मुक्तक

तुम्हे याद नहीं आई _ चलो हम ही चले आए।
दूर थे तुमसे तो क्या हुआ तुम्हे भूल न पाए।।
व्यस्थाओ के बोझ थे_ मिल पाते नही रोज़ थे।
निकाला है वक्त तुम्हारे लिए मिलने चले आए।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 256 Views
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