तुम्हे नया सा अगर कुछ मिल जाए
तुम्हे नया सा अगर कुछ मिल जाए
इतराना मगर गुरूर न आए
ये जमाना नये- पन से बहुत जलता है
इल्म बखूबी रहे के अब भी मैं पुराना हूँ
तुम्हे नया सा अगर कुछ मिल जाए
इतराना मगर गुरूर न आए
ये जमाना नये- पन से बहुत जलता है
इल्म बखूबी रहे के अब भी मैं पुराना हूँ