तुम्हें जन्मदिन मुबारक हो
तुझको मिले हरखुशी, दुहा यह रोज करते हैं ।
ना कोई गम हो वहाँ, जहाँ पर आप रहते हैं ।।
जहाँ भी जाये आपका , बहारे- गुल – ए – स्वागत हो ।
मुबारक हो, मुबारक हो, तुम्हें जन्मदिन मुबारक हो ।।
तुझको मिले हरखुशी ——————————।।
अजी ,जब आप हंसते हैं तो यह गुलशन भी हंसता है ।
अजी, जब आप चलते हैं तो यह सूरज भी चलता है ।।
अजी, जब आप गाते हैं तो पंछी भी मचलते है ।
हंसी चेहरा , शुभां अल्लाह , वाह क्या खूब फबते हो ।
मुबारक हो ,मुबारक हो ,———————————-।।
अजी, आप तो इन महलों में ही अच्छे लगते हैं ।
अजी, आप तो इन कपड़ों में ही खूब जमते हैं ।।
अजी, आप से ही तो चांद तारें चमकते हैं ।
हजारों साल जीवो तुम , मुकम्मल ख्वाब तेरे हो ।।
मुबारक हो, मुबारक हो ,——————————।।
(स्वरचित&स्वलिखित –
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद )
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)