Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

तुम्हें जन्मदिन मुबारक हो

तुझको मिले हरखुशी, दुहा यह रोज करते हैं ।
ना कोई गम हो वहाँ, जहाँ पर आप रहते हैं ।।
जहाँ भी जाये आपका , बहारे- गुल – ए – स्वागत हो ।
मुबारक हो, मुबारक हो, तुम्हें जन्मदिन मुबारक हो ।।
तुझको मिले हरखुशी ——————————।।

अजी ,जब आप हंसते हैं तो यह गुलशन भी हंसता है ।
अजी, जब आप चलते हैं तो यह सूरज भी चलता है ।।
अजी, जब आप गाते हैं तो पंछी भी मचलते है ।
हंसी चेहरा , शुभां अल्लाह , वाह क्या खूब फबते हो ।
मुबारक हो ,मुबारक हो ,———————————-।।

अजी, आप तो इन महलों में ही अच्छे लगते हैं ।
अजी, आप तो इन कपड़ों में ही खूब जमते हैं ।।
अजी, आप से ही तो चांद तारें चमकते हैं ।
हजारों साल जीवो तुम , मुकम्मल ख्वाब तेरे हो ।।
मुबारक हो, मुबारक हो ,——————————।।

(स्वरचित&स्वलिखित –
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद )
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बिखरे सब अंदर से हैं
बिखरे सब अंदर से हैं
पूर्वार्थ
अभिनेत्री वाले सुझाव
अभिनेत्री वाले सुझाव
Raju Gajbhiye
बन गई हो एक नगमा।
बन गई हो एक नगमा।
Kumar Kalhans
वो जो है नहीं....
वो जो है नहीं....
Madhavi Srivastava
अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस
अन्तर्राष्टीय मज़दूर दिवस
सत्य कुमार प्रेमी
"गुरु की कसौटी"
Dr. Kishan tandon kranti
रोशनी की विडंबना
रोशनी की विडंबना
Sudhir srivastava
लघुकथा - अनबन
लघुकथा - अनबन
जगदीश शर्मा सहज
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उगें हरे संवाद, वर्तमान परिदृश्य पर समग्र चिंतन करता दोहा संग्रह।
उगें हरे संवाद, वर्तमान परिदृश्य पर समग्र चिंतन करता दोहा संग्रह।
श्रीकृष्ण शुक्ल
मालपुआ
मालपुआ
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
प्रेम और विश्वास
प्रेम और विश्वास
Rambali Mishra
Where have you gone
Where have you gone
VINOD CHAUHAN
ज़माना हक़ीक़त
ज़माना हक़ीक़त
Vaishaligoel
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
पंकज परिंदा
दर्पण दिखाना नहीं है
दर्पण दिखाना नहीं है
surenderpal vaidya
23/68.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/68.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस्म से रूह को लेने,
जिस्म से रूह को लेने,
Pramila sultan
*ऋष्यमूक पर्वत गुणकारी :(कुछ चौपाइयॉं)*
*ऋष्यमूक पर्वत गुणकारी :(कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
पिला रही हो दूध क्यों,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
सवालिया जिंदगी
सवालिया जिंदगी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
Dr. Rashmi Jha
मां शारदे!
मां शारदे!
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
तन्हाई को जश्न दे चुका,
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
गज़ल
गज़ल
Phool gufran
मै बुलंद हौंसलो वाला
मै बुलंद हौंसलो वाला
हिमांशु Kulshrestha
😢😢
😢😢
*प्रणय*
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
Manisha Manjari
Loading...