तुम्हें किससे मतलब है
तुम्हें किससे मतलब है,
नेता को वोट से
वोटर अंजान, *मालूम नहीं *विषयी
लेखक को पाठकों से
गायक को श्रोताओं से
पुरूष काम से,
काम को धन से.
स्त्री को घर (श्रृंगार) से,
युवाओं को मस्ती से,
माता पिता को शांति से.
व्यापारी को मुनाफे से.
बंदर को उत्पात से,
बच्चे को स्वच्छंदता
रोगी को को दवा वैद्य से,
मन की प्रकृति
निसर्ग से किसी को नहीं
सब इंतज़ार की श्रेणी में.
जीवन को आहार/नींद/सकारात्मकता
.
यानि किसी को किसी से कोई मतलब नहीं.
ये दुनिया है,
साहब ऐसे ही चलती है