तुम्हें अकेले चलना होगा
कड़ा फैसला करना होगा
कई शिखर भी चढ़ना होगा
डगमग डगमग पांव करे पर
खुद ही आगे बढ़ना होगा
मुसीबतों से भी लड़ना होगा
पर्वत तोड़ कर चलना होगा
हक की खाए अगर कोई तो
लड़ना और झगड़ना होगा
कठिन परिश्रम करना होगा
बड़ा इरादा करना होगा
गिर गिर कर तुम्हें संभालना होगा
तुम्हें अकेले चलना होगा
©अभिषेक पांडेय अभि