[[ तुम्ही हो जिंदगी मेरी तुम्ही हो आसमाँ मेरा ]]
✍ तुम्ही हो जिंदगी मेरी तुम्ही हो आसमाँ मेरा
तुम्ही हो हमसफ़र मेरी तुम्ही हो राजदां मेरा
नही अब हम अकेले है तुम्हारा साथ है हमदम
मुहब्बत हो तुम्ही मेरी तुम्ही हो हमनवाँ मेरा
भँवर में थी मेरी कश्ती नहीं कोई किनारा था
अभी कुछ तल्ख लगता है ये अंदाज़े बयाँ मेरा
अकेला चल रहा था जब नही कोई सहारा था
तुम्हे पाकर मिला है अब मुझे कोई जहाँ मेरा
हकीकत ही बयाँ करता हूँ मैं हर हाल में लेकिन
कि मर के छोड़ जाऊंगा मैं जीते जी निशां मेरा
नितिन शर्मा