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10 Jul 2024 · 1 min read

तुम्हीच सांगा कसा मी ?

कधी वाटते मानमर्जीचा मीच राजा
कधी असहाय निराधार प्रजा मी
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

मी गड्यानो स्वयंभू हरहुन्नरी
मी दीड दमडीचा शिक्काही
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

मी कोण अन जगतो कशासाठी ?
का मागतो लाचार जगण्याची भीक ही ?
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

मायेची छत्रछाया हरवली
प्रेमाची माणसं दुरावली
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

क्षणात सारं होत्याच नव्हतं झालं
सारं कसं मी धुळीस मिळवलं ?
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

निरकूंश जगत राहिलो वाट्टेल तसा
खात्री पटली मी तर भित्रा ससा
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

मी न सच्चा माणूस झालो
आदर्श पिता न पती ,मुलगा
मज वाटते असा मी तसा मी
तुम्हीच सांगा कसा मी ?

Language: Marathi
1 Like · 68 Views

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