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6 Aug 2022 · 1 min read

तुम्हारे बीच आया हूं __ मुक्तक

आज फिर तुमसे मिलने को तुम्हारे बीच आया हूं।
दिल के अंदर से चित्र भावो के मैं खींच लाया हूं।।
महकते भाव है मेरे जरा खुशबू तुम भी ले लेना।
शब्दो की मेरी बगिया को_ चिंतन से सींच लाया हूं।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 133 Views
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