तुम्हारे घुँघटे का जादू तु्म्हारी आंखों का जादू।
गज़ल
तुम्हारे घुँघटे का जादू तु्म्हारी आंखों का जादू।
हमें बेकल ये करता है तुम्हारी नज़रों का जादू।
ये भीनी-भीनी सी खुशबू तुम्हारे तन से आती है,
बहुत मदहोश करता है तुम्हारे गज़रों का जादू।
तुम्हारे नैन मदिरालय, अधर साकी के प्याले हैं,
मुझे मयकश बना देगा तुम्हारे अधरों का जादू।
तुम्हारी बातें ले जाती मिलन के ख्वाब में मुझको,
कहीं बहका न दे मुझको तुम्हारे शब्दों का जादू।
तुम्हारे ख़्वाब में पागल हुए हैं कितने ही प्रेमी,
बना पागल न दे मुझको तुम्हारे ख़्वाबों का जादू।
……✍️प्रेमी