Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।

मुक्तक

तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
ऐसा लगता है जहां से बेगाने लगते हैं।
ख़्वाब में और कोई होता है,
नाम गुदवा के तुम्हारा दिखाने लगते हैं।

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
96 Views
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
VINOD CHAUHAN
Mother's passion
Mother's passion
Shyam Sundar Subramanian
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मैं तो आत्मा हूँ
मैं तो आत्मा हूँ
श्रीहर्ष आचार्य
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
सत्य कुमार प्रेमी
चिड़िया आई
चिड़िया आई
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
पूर्वार्थ
गर्दिशों में हैं सितारे.....!!
गर्दिशों में हैं सितारे.....!!
पंकज परिंदा
मेरा नाम
मेरा नाम
Yash mehra
तस्वीर
तस्वीर
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेसहारा दिल
बेसहारा दिल
Dr. Rajeev Jain
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
gurudeenverma198
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
बीता हुआ कल
बीता हुआ कल
dr rajmati Surana
आतिश पसन्द लोग
आतिश पसन्द लोग
Shivkumar Bilagrami
"विद्युत बल्ब"
Dr. Kishan tandon kranti
भक्ति एक रूप अनेक
भक्ति एक रूप अनेक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
हम तो ऐसे नजारों पे मर गए: गज़ल
हम तो ऐसे नजारों पे मर गए: गज़ल
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
Raju Gajbhiye
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
संन्यास से त्याग तक
संन्यास से त्याग तक
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
तेरे उल्फत की नदी पर मैंने यूंँ साहिल रखा।
तेरे उल्फत की नदी पर मैंने यूंँ साहिल रखा।
दीपक झा रुद्रा
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हमरी बिल्ली हमको
हमरी बिल्ली हमको
Abasaheb Sarjerao Mhaske
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
तमाम उम्र काट दी है।
तमाम उम्र काट दी है।
Taj Mohammad
बाल बलिदान दिवस
बाल बलिदान दिवस
Sudhir srivastava
Loading...