तुम्हारे आ जाने से खुशी मिल गई है
तुम्हारे आ जाने से, खुशी मिल गई है
ना जाने क्यूँ दिल में भी,प्रीत जग उठी है
हसीं मेरे होठों की,बनी अब रहेगी
सातों जन्म जो तुम,साथ ही रहेगी
चलो साथ चलते हैं,चाँद के पार अब
तन्हाईयों के जाने की,घड़ी आ गई है
तुम्हारे आ जाने से, खुशी मिल गई है
तेरे ही प्रीत में अब, गुजरे ये जिंदगी
साँसें भी नित ही मेरी,करे तेरी बन्दगी
नेह की बारिश जब, हुई उर पर मेरे
बंजर सा दिल में,देखो कली खिल गई है
तुम्हारे आ जाने से, खुशी मिल गई है
बंधन ये रिश्तों की,सदा को रहेगी
कसम है खुदा की,तू मेरी ही रहेगी
ज़माने की नज़रों से,चलो दूर जाएं
ग़ैरौं की नज़रों में,शूल चुभ गई है
तुम्हारे आ जाने से,खुशी मिल गई है