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25 Apr 2022 · 1 min read

तुम्हारी याद __ मुक्तक

तुम्हारी याद फिर तुम्हारे पास खींच लाई ।
प्रीत की फिर से आस हमने तुमसे लगाई ।।
छोड़ तकरार _करो एतबार _कहते बारबार,
मेरे हमदम इतने भी क्यों बनते हो हरजाई ।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
1 Like · 228 Views
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