Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2022 · 1 min read

तुम्हारी याद

जैसे जैसे
समय बीत रहा है
तुम्हारी याद
मेरी स्मृति पटल पर
और अधिक प्रबल होती जा
रही है
तुम मिट गये पर
तुम्हारी याद को अपने
हृदय स्थल से मैं तो कभी
मिटा नहीं पाऊंगी
तुम्हारी याद तो मेरे
जीवन के दृष्टि पटल के केंद्र बिंदु से
मेरे मिटने के बाद ही
मिटेगी
इससे पहले तो कदापि नहीं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 3 Comments · 183 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
हमारे बाद भी चलती रहेगी बहारें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"राहों की बाधाओं से ,
Neeraj kumar Soni
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दवाखाना  से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ये भी तो ग़मशनास होते हैं
ये भी तो ग़मशनास होते हैं
Shweta Soni
विद्यापति धाम
विद्यापति धाम
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
गांव
गांव
Bodhisatva kastooriya
14) “जीवन में योग”
14) “जीवन में योग”
Sapna Arora
इश्क़ जब बेहिसाब होता है
इश्क़ जब बेहिसाब होता है
SHAMA PARVEEN
🙅प्राइवेसी के तक़ाज़े🙅
🙅प्राइवेसी के तक़ाज़े🙅
*प्रणय*
सरकारों के बस में होता हालतों को सुधारना तो अब तक की सरकारें
सरकारों के बस में होता हालतों को सुधारना तो अब तक की सरकारें
REVATI RAMAN PANDEY
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
चंद दोहा
चंद दोहा
सतीश तिवारी 'सरस'
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
Mahender Singh
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ
"" *गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं* ""
सुनीलानंद महंत
" सोचो "
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
आसमान ही खो गया,
आसमान ही खो गया,
sushil sarna
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
Neeraj Agarwal
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
यादें
यादें
Dinesh Kumar Gangwar
दोस्ती का एहसास
दोस्ती का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
आओ मिलन के दीप जलाएं
आओ मिलन के दीप जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
रमेशराज के प्रेमपरक दोहे
रमेशराज के प्रेमपरक दोहे
कवि रमेशराज
Loading...