तुम्हारी याद है और उम्र भर की शाम बाकी है,
तुम्हारी याद है और उम्र भर की शाम बाकी है,
मैं कितना थक चुका हूँ,और कितना काम बाकी है,
ये ग़ज़लें,गीत,शेरो शायरी और अनगिनत किस्से,
मैं सब कुछ लिख चुका हूँ,बस तुम्हारा नाम बाकी है…
तुम्हारी याद है और उम्र भर की शाम बाकी है,
मैं कितना थक चुका हूँ,और कितना काम बाकी है,
ये ग़ज़लें,गीत,शेरो शायरी और अनगिनत किस्से,
मैं सब कुछ लिख चुका हूँ,बस तुम्हारा नाम बाकी है…