तुम्हारी चाय
मैं तुम्हारे घर आऊँ तुम चाय पिलाने दूसरे के घर ले जाओ मंज़ूर नहीं
व्हाट्सएप वाले मुझे टहलाते इंस्टाग्राम फ़ेसबुक ले जायें मंजूर नहीं
डा राजीव “सागर”
मैं तुम्हारे घर आऊँ तुम चाय पिलाने दूसरे के घर ले जाओ मंज़ूर नहीं
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डा राजीव “सागर”