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8 Jul 2024 · 1 min read

तुम्हारी चाय

मैं तुम्हारे घर आऊँ तुम चाय पिलाने दूसरे के घर ले जाओ मंज़ूर नहीं
व्हाट्सएप वाले मुझे टहलाते इंस्टाग्राम फ़ेसबुक ले जायें मंजूर नहीं

डा राजीव “सागर”

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