तुम्हारा नाम
भ्रमर गुंजित मोहब्बत का ,नया पैगाम अंकित है
नवल यौवन के अधरों पर ,मधुर मुस्कान अंकित है
विस्मरित हो गयी सदियों से संजोयी सुखद यादे
मगर अब भी तरुण दिल पर ,तुम्हारा नाम अंकित है।
गगन की यश ललाटो पर ,उदित दिनमान अंकित है
राष्ट्र की अस्मिता पर एक यशस्वी गान अंकित है
सदा अंकित है शंकर के कंठो में गरल ज्वाला
विकल राधा के हृदयो में मनोहर श्याम अंकित है।
-ऋषभ शुक्ला “राही”
9721726567