तुमसे एक सवाल?
क्यो नही आ रहा ,खून में उबाल। जिंदा किसलिए है ,यह मलाल।—————–क्या गया!भूल जो कर आया था वादे!——लेकर जन्म मनुष्य का , और करता जीव हलाल?————————–तुमसे एक सवाल? सत्य धर्म को छोड़कर बन रहा मालामाल!यह चंद दिनों के लिए,बाद हो जाये कंगाल।————————-फिर दुनिया करें सवाल? क्यों इतना डरपोक हो चुका है!पूछले अपनी अंतरात्मा से,कैसा हुआ मलाल?कर्मों से प्रकृति और पृथ्वी को सता रहा है।पाप से बड़कर पाप कर रहा है! क्या लेकर आये थे, और क्या?देकर जा रहें हो!यह एक सवाल?