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19 Oct 2024 · 1 min read

तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।

तुमने मुड़ कर ही बस नहीं देखा।
लौट कर रास्ते भी आते थे ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 12 Views
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