तुमने जो किया वादा
तुमने जो किया वादा मैं वो निभाऊंगा
पड़ी जरूरत गर तो पत्थर भी बन जाऊंगा।
तू मुस्कुरा देना बस वो पत्थर को पिघला देगी
बाहर से हो सख्त भले अंदर वो सौ नदियों से नहला देगी।
तू देखना नजर भर के ये पत्थर भी मुस्काएगा
तेरी छुअन मात्र से ये भी पूजा जाएगा।
तेरे प्रेम की छाया में धूप शीतलता देती है
पत्थर क्या वो कण कण को जीवन से भर देती है।
तुमने जो किया वादा मैं वो निभाऊंगा
‘प्रिय’ तुम रखना विश्वास मेरा ‘जीत’ के मैं आऊंगा।