तुमने छोड़ा है हमें अपने इश्क और जिस्म का नशा कराकर।
तुमने छोड़ा है हमें अपने इश्क और जिस्म का नशा कराकर।
ये लत तो अब उतरती ही नहीं मेरे सीने से।
तूने मुझे मारा है अपने होंठों से जहर पिलाकर।
आवारा सा भटकता हूं सरफिरा से राहों में।
मुझे आखिरकार छोड़ा तेरे इश्क ने बेघर बनाकर।
RJ Anand Prajapati