तुमको समंदर होना ही होगा
खुश रहना है इस जहां में तो
तुमको समंदर होना ही होगा
जो भी आए तुम्हारी तरफ
उसे तुम में समाना ही होगा।।
जो चल रहे तूफान दिल में
किसी को कभी दिखाने न होंगे
ऊपर से शांत दिखकर तुम्हें
आभास ये किसी को जताने न होंगे।।
है अगर दिल में कुछ तुम्हारे
ज्वारभाटा दिल का दिखाना ही होगा
तुम्हारे चांद को भी पता चले
हाल दिल का तुम्हें बताना ही होगा।।
जो भी हो आसपास तुम्हारे
खुश रखने की कोशिश करनी ही होगी
बनकर तट समंदर का तुम्हें
खुशी जन्नत की उन्हें दिलानी ही होगी।।
आती है जो भी नदियां तुम्हारी ओर
उनको तुम्हें खुद में समाना ही होगा
सबको अपनापन लगे तुममें
उसके लिए माहौल बनाना ही होगा।।
लेकिन कभी कभी तुमको भी
अपनी ताकत दुनिया को दिखानी ही होगी
क्या हो सकता है हो जाए लहरें अशांत अगर
ये बात दुनिया को समझानी भी होगी।।