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24 Aug 2024 · 1 min read

तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,

तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
इक रस्ता दो राही हैं अपना हमसफ़र मान लिया

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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