तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं
कभी मेरे शब्दों पर मत जाना दोस्त
शायर ज़रूर हूं पर तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं
मुझे भी संभाल के रखना जरुर,
भले ही यादों मे सही
काम काजो मे खोये रहेंगे हम भी
कभी कबार बाते हो जाया करेंगी
यादें यादों में झूल जाया करेंगी।
शायद बातें अब तकदीर और भविष्य की होगी
फिर पलट के बाते लड़कियों पर आ जाया करेंगी
फिर बात एक ये भी हो जाया करेगी
क्यो मैं ही याद करू तुझे?शायद तेरे लिए मे कुछ नहीं।
सच कहा तु मेरे लिए कुछ नहीं
तेरा दोस्त हूं खास रिश्तेदार नहीं
मैं तेरी कमीया हूं तेरा यार नहीं।
मेरे चेहरे से अपना कंधा खिसकाना नहीं
अगर तोड़ दूं दोस्ती भी कभी
मुझे संभालें रखना यादों में सही।
कभी मेरे शब्दो पर मत जाना दोस्त
शायर ज़रूर हूं
पर तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं।