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19 May 2024 · 1 min read

तुझसे मिलने के बाद

तुझसे मिलने के बाद,
हो चुका है सब पूरा,
मेरी जिंदगी में अब कुछ नहीं रहा अधूरा ,
जो सोच महज़ कल्पना तक थी सीमित ,
वो लबों पर मेरे अब आने लगी है ,
तुझसे मिलने के बाद तो ,
कलम भी मेरी गुनगुनाने लागी है।

अब ना तू परख मुझे ,
मै तेरा किरदार-ए-आईना हूँ ,
ना कर कोशिशे तोड़ने की मुझे ,
मै महज़ एक आईना हूँ ।

सर्माया-ए-हयात हो तू ,
या हो तेरी याद ,
और अगर ना हो तू ,
तो यकीनं मुझे मिली है खाक।

ढाले बेशक हज़ार सितम , ए सितमगर
तेरे संग तेरी हर आदत हमने कबूल करी है ,
हमने बंदिश में ना रखा तुझे ,
ना रखने की हिमाकत तूने करी है,
इश्क़ में उरूज-ओ-ज़वाल हो जाए ?
यारा इश्क़ है मज़ाक थोड़ी है ।

❤️स्कंदा जोशी

Language: Hindi
15 Views
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