तीर-ओ-तलवार से नहीं होता
तीर-ओ-तलवार से नहीं होता
काम हथियार से नहीं होता
تیر و تلوار سے نہیں ہوتا
کام ہتھیار سے نہیں ہوتا
घाव भरता है धीरे धीरे ही
कुछ भी रफ़्तार से नहीं होता
گھاؤ بھرتا ہے دھیرے دھیرے ہی
کچھ بھی رفتار سے نہیں ہوتا
खेल में भावना है ज़िंदा तो
फ़र्क़ कुछ हार से नहीं होता
کھیل میں بھاونا ہے زندہ تو
فرق کچھ ہار سے نہیں ہوتا
सिर्फ़ नुक़सान होता है यारो
लाभ तकरार से नहीं होता
صرف نقصان ہوتا ہے یارو
لابھ تکرار سے نہیں ہوتا
उस पे कल रोटियाँ लपेटे सब
कुछ भी अख़बार से नहीं होता
اس پہ کل روٹیاں لپیٹے سب
کچھ بھی اخبار سے نہیں ہوتا
•••