” तीज मुबारक “
सुन लो मेरे प्यारे सजना, तीज की रीत निभानी है,
आपके नाम की हाथो में मेहँदी आज रचानी है,
सब्जी हमने काट दिया, रोटी तुम्हें बनानी है,
घर तो वैसे साफ़ ही है पर थोड़ा झाड़ू, कटका कर दो
पोछा रखा है आँगन में लाकर फर्श को चमका दो,
कपड़े धो लो जल्दी सजना,आओ फिर आराम करो,
देर करो ना साजन जी ,जल्दी-जल्दी काम करो,
काम खत्म हो जायेगा फिर शॉपिंग भी तो जाना है,
अपनी सजनी की खातिर सुन्दर परिधान दिलाना है,
आज सजेंगे जी भरके हम , तुम एक हार दिला देना,
मै खुश हो जाऊंगी साजन ,चुपके से खुद पहना देना,
हीरो वाले हार के संग प्यार तुम्हारा चमकेगा,
खुशियाँ ही खुशियां होंगी,जीवन उपवन सा महकेगा।
तीज मुबारक …..?