तिरंगे की आह
आज तो मैं तुम्हारे हाथों में हूं ,कल न जाने कहां फेंक दोगे ,
मैं तिरंगा हूं किसी का अरमान ,तुमने जाने मुझे क्या समझा है!!
आज तो मैं तुम्हारे हाथों में हूं ,कल न जाने कहां फेंक दोगे ,
मैं तिरंगा हूं किसी का अरमान ,तुमने जाने मुझे क्या समझा है!!