तिरंगा
तीन रंग से सजा तिरंगा भारत की है शान।
गर्वित होते हम इस पर यही हमारी जान।।
कर में भारत माता के सदा रहेगा तिरंगा।
शीश कटे पर छुके नहीं यही रहेगी तमन्ना।।
इसकी करते रखवाली हैं भारत की संतान।,,,,
तीन रंग में छिपा हुआ है जीवन का आधार।
सत्य अहिंसा हरियाली है बलिदानों का सार।।
शीश कटाए वीरों ने पर डिगा नहीं ईमान।,,,,,
ले हाथ में ध्वजा हमेशा मर जाते हैं हंस कर।
वीर शहीदों का तन आता है झंडे में सज कर।।
झंडे से इज्जत देश की यही हमारा मान।,,,,,,
भिन्न भिन्न हैं धर्म हमारे लेकिन झंडा एक है।
ध्येय हमारा एक ही होता चाहे हम अनेक हैं।।
वीरों की गाथा के आगे लिखा गया बलिदान।,,,,
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उमेश मेहरा ( गाडरवारा एम पी)