एक तिरंगा मुझको ला दो
एक तिरंगा मुझको ला दो,
मैं भी इसको फहराऊँगा
नील गगन से ऊँचा जाकर,
पूरे जग में लहराऊँगा
देश हमारा सबसे प्यारा,
इस दुनिया को बतलाऊँगा
विश्व शांति का दूत बनूं मैं,
मानवता को अपनाऊँगा
जन गण मन अधिनायक जय हो,
यह अखण्ड ज्योति जलाऊँगा
सारे जग में भारत माँ की,
गौरव गाथा मैं गाऊँगा
मातृभूमि के रखवालों पर,
मैं अपना शीश झुकाऊँगा
भारत माँ के हर सपनों को,
पूरा मैं कर दिखलाऊँगा
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली