तितली रानी
प्यारी सी हूँ तितली रानी
भोली भाली बड़ी सयानी
रंगबिरंगे पंख पास हैं
फूलों की रहती दीवानी
टिकती नहीं कहीं इक पल को
करती रहती हूँ शैतानी
शोर नहीं करती हूँ बिल्कुल
पर करती अपनी मनमानी
अपनी ही धुन में रहती हूँ
सब कहते मुझको मस्तानी
हाथ नहीं बच्चों के आती
याद दिला देती हूँ नानी
24-11-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद