तारों जैसी आँखें ,
तारों जैसी आँखें ,
कोयले जैसी आवाज़ ,
रेशम जैसे बाल ,
गर्दन जैसी सुराही ,
और चाँद जैसा चेहरा —
बिल्कुल भी नहीं है तुम्हारा ।
क्योंकि तुम्हारी तुलना
किसी से नहीं की जा सकती ।
इसका कारण ये नहीं कि
मैं तुम्हें प्रेम नहीं करता
बल्कि सच तो ये है कि —
तुम ख़ुद में नायाब हो
अद्वितीय हो
और अतुलनीय भी ।
तुम्हारी तुलना किसी और चीज से करना गलत है।
— सूर्या