ताटक छंद-मेघदूत
देने को हरियाली वसुधा,
मेघदूत अब आए हैं।
लेकर के श्याम वर्ण अपना,
देखो नभ पर छाए हैं।
तड़ तड़ गरजे चपला चमके,
सुन आसमां अम्बर घबराता है।
पल भर में पाकर शीतल जल,
प्रमोद से भर जाता है।
देख देख इस हरियाली को,
जीव जन्तु हर्षाये हैं।
लेकर के श्याम वर्ण अपना,
देखो नभ पर छाए हैं।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
तिलसहरी, कानपुर नगर