तस्वीर तेरी नैनन में बसी, वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी।
तस्वीर तेरी नैनन में बसी,
वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी।
जिन्दगी बिन तुम्हारे अधूरी लगे
आस हर पल मिलन की रही है लगी,
दिन कितने गये, पल कितने गये
इक तुम ना मिले बस यही बेबसी
तस्वीर तेरी नैनन में बसी,
वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी।
प्रीत की राह आसान होती नहीं,
है विरह तो कभी है मिलन की खुशी
वक़्त काँटा सा चुभता रहा पाँव में,
फांस तन्हाईयों की रही है फंसी
तस्वीर तेरी नैनन में बसी,
वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी।