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24 Nov 2024 · 1 min read

तल्खियां होते हुए ‘शाद’ न समझी मैं उन्हें

तल्खियां होते हुए ‘शाद’ न समझी मैं उन्हें
वास्ते उनके मिरा दिल है कुशादा कैसे

डॉ० फ़ौज़िया नसीम ‘शाद’

1 Like · 7 Views
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