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12 Apr 2022 · 1 min read

तल्खिय़ां

सच है कल सब मर जायेंगे दो हिचकियां लेकर!
लेकिन जिंदा हैं सब ज़िंदगी की तल्खिय़ां लेकर!

सुकूं की छाँव मिल जाये तो डेरा डाल देंगे सब!
यूँ ही बंजारे सा फिरते हैं गमों की गठरियां लेकर!

✒ Anoop S.

10 April 2018

#LafzDilse #Theincomparable #Theuniques

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 344 Views
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