*तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)*
तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)
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तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता
भाला गदा और चक्र करता प्रहार है
प्रहार है समस्त फैली हुई दुष्ट वृत्ति पर
हार है लिखी जो कर रहा अनाचार है
अनाचार है नहीं सहन तुम्हें किसी भाँति
सिंह करता दहाड़ शुभ बार-बार है
बार-बार है दहाड़ गूँज रही विश्व-भर
चलती तुम्हारी शेरों वाली तलवार है
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रचयिता:रवि प्रकाश