Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2021 · 1 min read

” तर्क आ विचार “

डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
=============
..की ….होइत छैक ….हमरा लोकनि कखनो -कखनो किनको तर्क सं तिलमिला जाइत छी ,……..अचंभित भ जाइत छी !…. कखनो माथ कुड़ीयबैत इ अन्वेषण करऽ छी ……..कि एहन दिव्य व्यक्तिक प्रकाश मलिन किया भ गेलनि ?….
हुनका बुझने त ओ ज्ञानक आलोक पसारि रहल छथि !……… किछु प्रेमी लोकनि हुनके तबलाक थाप पर मंत्रमुग्ध भेल ….आंखि बंद केने अप्पन गरदनि हिलेनाइ प्रारंभ कऽ दैत छथि !……. परंच जिनका ताल- मात्रा ,…..लय ….आ …..संगीतक कनिकबो ज्ञान रहित छैन्हि ….ओ एकाग्रचित भऽ सुनैत छथि !…… कनिकबो जे सुर सं विचलित भेलहुँ…. त इंगित केनाय सं परहेज नहि करताह !……
ओना सब प्राणीक विचारधारा एक सन नहि भ सकैत अछि !…… हम जाहि परिवेश छी ,…. जेना हम सबगोटे रहैत छी ,….हमर जे कार्यशैली अछि……. ओ सब हमर लिखब ,…बाजव …..आ ….अभिव्यक्ति मे परिलक्षित हैत !….
मुदा शालीनता ,…शिष्टाचार …आ ….माधुर्यता क आरि सं जों डगमगा गेलहुं …त हम कतहूँ कें नहि रहब !
===============
डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका

Language: Maithili
Tag: लेख
153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा"
Vijay kumar Pandey
🌸Prodigy Love-48🌸
🌸Prodigy Love-48🌸
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
■ समझ का अकाल
■ समझ का अकाल
*Author प्रणय प्रभात*
जब होंगे हम जुदा तो
जब होंगे हम जुदा तो
gurudeenverma198
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बातें की बहुत की तुझसे,
बातें की बहुत की तुझसे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
कोई मंत्री बन गया , डिब्बा कोई गोल ( कुंडलिया )
कोई मंत्री बन गया , डिब्बा कोई गोल ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
କେବଳ ଗୋଟିଏ
କେବଳ ଗୋଟିଏ
Otteri Selvakumar
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
* भैया दूज *
* भैया दूज *
surenderpal vaidya
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"प्यार का सफ़र" (सवैया छंद काव्य)
Pushpraj Anant
करूँ प्रकट आभार।
करूँ प्रकट आभार।
Anil Mishra Prahari
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
लक्ष्मी सिंह
2862.*पूर्णिका*
2862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फारवर्डेड लव मैसेज
फारवर्डेड लव मैसेज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नदी की बूंद
नदी की बूंद
Sanjay ' शून्य'
"अपदस्थ"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...