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27 Jun 2020 · 1 min read

तराने प्यार के गाने लगे

तराने प्यार के गाने लगे
**********************

तराने प्यार के गाने लगे
नींद में भी बुड़बुड़ाने लगे

प्रेमरंग चढ़ने लगा इस कदर
सपने दिन में भी आने लगे

इश्क बीमारी का दिखे असर
ठीक ठाक भी सठियाने लगे

भूख प्यास ना रही आसपास
दर्शनों से हम बुझाने लगे

मोहब्बत के तरन्नुम में हम
प्रेमगीत हम गुनगनाने लगे

मय सा नशा आँखो में तेरी
नशे में दुनिया भूल जाने लगे

सुखविंद्र नहीँ किसी काम का
खामख्वाह लोग बताने लगे
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 1 Comment · 518 Views
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