तराना
छेड़ो
तुम कोई तराना
मुझे गुनगुनाना है
गाओ
मंगल गान आज
देशभक्ति का
है दिन
मुझे गुनगुनाना है
है माँ को
सादर नमन
माँ की
लोरी आज
मुझे गुनगुनाना है
करना है
सामूहिक गान आज
जन मन गण
मुझे गुनगुनाना है
हुऐ
जो शहीद
देश पर
सादर नमन
करना है
वन्देमातरम
मुझे गुनगुनाना है
बाजी
मुरली किशन की
राधा मतवाली है
श्री कृष्णा राधे राधे
मुझे गुनगुनाना है
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल