तरस
मुसीबत में ,
जब कोई तुम्हें पुकारे तो समझना
कि उसके लिए तुम्हारी कीमत बहुत है।
उसे यकीन है ,
कि तुम उसे उस मुसीबत से निकाल लोगे
जब मुसीबत में,
तुम उस व्यक्ति को ना पुकारो
तो वह समझ लेगा
कि तुम्हारी नजर में
उसकी कीमत तुच्छ है।
तुम सिर्फ उस पर तरस करते हो,
और वह दूर जाने लगता है