Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2020 · 1 min read

तरंगों के सागर

कभी कभी
वक्त से मुझे
ऐसा आभास
होता है
कि मैं
एकदम अकेला हूं
इन्ही ख्यालों की
रुपरेखा मेरे
आनन पर
झलकती रहती है
परंतु मेरा हृदय
मुझे अपनी
प्यार भरी तरंगों के
सागर में
डुबों ले जाता है।।

Language: Hindi
1 Like · 273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने वतन पर सरफ़रोश
अपने वतन पर सरफ़रोश
gurudeenverma198
"जूते "
Dr. Kishan tandon kranti
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसद्दस मुज़ाफ़
sushil yadav
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
789Club là một trong những nền tảng cá cược trực tuyến hàng
789Club là một trong những nền tảng cá cược trực tuyến hàng
789clubshow
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नयनों में नहीं सनम,
नयनों में नहीं सनम,
Radha Bablu mishra
हिय–तरंगित कर रही हो....!
हिय–तरंगित कर रही हो....!
singh kunwar sarvendra vikram
*दुनियादारी की समझ*
*दुनियादारी की समझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
..
..
*प्रणय*
*A date with my crush*
*A date with my crush*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
अंगड़ाई
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
Phool gufran
चराग़ों ने इन हवाओं को क्या समझ रखा है,
चराग़ों ने इन हवाओं को क्या समझ रखा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फिर से लौटना चाहता हूं उसी दौर में,
फिर से लौटना चाहता हूं उसी दौर में,
Ranjeet kumar patre
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
CISA Certification Training Course in Washington
CISA Certification Training Course in Washington
mayapatil281995
लोग बंदर
लोग बंदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*माँ : दस दोहे*
*माँ : दस दोहे*
Ravi Prakash
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
कैसे बदला जायेगा वो माहौल
कैसे बदला जायेगा वो माहौल
Keshav kishor Kumar
अंधेरे में छिपे उजाले हो
अंधेरे में छिपे उजाले हो
नूरफातिमा खातून नूरी
# खरी बातें
# खरी बातें
DrLakshman Jha Parimal
Just in case no one has told you this today, I’m so proud of
Just in case no one has told you this today, I’m so proud of
पूर्वार्थ
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Loading...