Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
शेखर सिंह
19 Followers
Follow
Report this post
22 Apr 2024 · 1 min read
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
लेकिन कलाकार सब अपने ही निकले।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
85 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
उधार का ज्ञान - रविकेश झा
Ravikesh Jha
मेरा होना इस कदर नाकाफ़ी था
Chitra Bisht
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के
gurudeenverma198
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
गूँगी गुड़िया ...
sushil sarna
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
എന്റെ കണ്ണൻ
Heera S
हुई कोशिशें सदियों से पर
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*ऊन (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जो सबका हों जाए, वह हम नहीं
Chandra Kanta Shaw
गुरु तेगबहादुर की शहादत का साक्षी है शीशगंज गुरुद्वारा
कवि रमेशराज
Welcome to HBNO, your go-to destination for the finest essen
HBNO OIL
बदलियां
surenderpal vaidya
फ़िल्मी धुनों पर बने भजनों से लाख दर्ज़े बेहतर हैं वो फ़िल्मी ग
*प्रणय*
3298.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*हैं जिनके पास अपने*,
Rituraj shivem verma
रातों में यूं सुनसान राहें बुला रही थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
Rj Anand Prajapati
हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल
Shweta Soni
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
शेखर सिंह
वो कविताचोर है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
Vaishaligoel
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
Harminder Kaur
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मदर्स डे (मातृत्व दिवस)
Dr. Kishan tandon kranti
उतार देती हैं
Dr fauzia Naseem shad
प्यार गर सच्चा हो तो,
Sunil Maheshwari
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
पूर्वार्थ
सब धरा का धरा रह जायेगा
Pratibha Pandey
Loading...