तमाशबीन
एक शख़्स
दूसरे शख़्स को
पिटता हुआ
भला कैसे देखे?
एक मुल्क
दूसरे मुल्क को
लुटता हुआ
भला कैसे देखे?
चीज़ें उतनी
अलग नहीं होतीं
जितनी कि
दिखाई देती हैं!
एक क़ौम
दूसरी क़ौम को
मिटता हुआ
भला कैसे देखे?
#farmersprotestchallenge
Shekhar Chandra Mitra