Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

तमाम रातें तकतें बीती

तमाम रातें तकतें बीती
कहीं किसी को खबर नहीं है
जो न होती हमारी सरगम
साँसों का फिर सफर नहीं है।
हालात सारे कह रहे हैं
कहीं किसी को खबर नहीं है।।
नाते, रिश्ते, प्यार मोहब्बत
इनकी भी अब लहर नहीं है।।

सूर्यकांत

76 Views
Books from Suryakant Dwivedi
View all

You may also like these posts

!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
बाल कविता मोटे लाला
बाल कविता मोटे लाला
Ram Krishan Rastogi
ये गड़ी रे
ये गड़ी रे
Dushyant Kumar Patel
खूबसूरत जिंदगी में
खूबसूरत जिंदगी में
Harminder Kaur
2635.पूर्णिका
2635.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कान्हा को समर्पित गीतिका
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
सरस कुंडलियाँ
सरस कुंडलियाँ
Ravi Prakash
परत दर परत
परत दर परत
Juhi Grover
कविता : आँसू
कविता : आँसू
Sushila joshi
किसान की संवेदना
किसान की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
तेरा गांव और मेरा गांव
तेरा गांव और मेरा गांव
आर एस आघात
"आम्रपाली"
Dr. Kishan tandon kranti
ऋतुराज 'बसंत'
ऋतुराज 'बसंत'
Indu Singh
प्रकृति के स्वरूप
प्रकृति के स्वरूप
डॉ० रोहित कौशिक
आधार छंद - बिहारी छंद
आधार छंद - बिहारी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुझे तुम
मुझे तुम
Dr fauzia Naseem shad
सबसे कठिन है
सबसे कठिन है
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
पूर्वार्थ
खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
Manisha Manjari
प्रकृति की गोद खेल रहे हैं प्राणी
प्रकृति की गोद खेल रहे हैं प्राणी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कहा जाता है
कहा जाता है
हिमांशु Kulshrestha
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
- दिपावली पर दीप जलाओ अंधकार को मिटाओ -
bharat gehlot
Real smile.
Real smile.
Priya princess panwar
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
Loading...