तमन्ना
तेरी ही बस्तियों मे
गुजर जाये
बची सारी ये
जिंदगी मेरी ।
तेरी ही आंखों मे
नज़र आती है मुझे
भटकी हुई ये
तकदीर मेरी ।
तेरी ही चाहत मे
बिछी रहती हैं
दिन रात ये
पलके मेरी ।
तेरी ही बाट मे
रह न जाये अधूरी
कहीं छोटी सी ये
तमन्ना मेरी ।।
राज विग 22.05.2022