Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

तन्हाई को जश्न दे चुका,

तन्हाई को जश्न दे चुका,
मन का संगीत लग चुका,
रंगीन शाम की सजी है महफिल,
जहाँ न कोई कमी, पर
नि: शब्द का रूह ज्वार भाटा,
आवाज कौन दे ?

गौतम साव

3 Likes · 2 Comments · 82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from goutam shaw
View all
You may also like:
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
कर लो कभी
कर लो कभी
Sunil Maheshwari
*** हमसफ़र....!!! ***
*** हमसफ़र....!!! ***
VEDANTA PATEL
रमेशराज की तेवरी
रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
माथे की बिंदिया
माथे की बिंदिया
Pankaj Bindas
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
-शेखर सिंह ✍️
-शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
World Temperance & National No sugar day 3 October
World Temperance & National No sugar day 3 October
Rj Anand Prajapati
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जन्म हाथ नहीं, मृत्यु ज्ञात नहीं।
जन्म हाथ नहीं, मृत्यु ज्ञात नहीं।
Sanjay ' शून्य'
*सर्दी-गर्मी अब कहॉं, जब तन का अवसान (कुंडलिया)*
*सर्दी-गर्मी अब कहॉं, जब तन का अवसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुस्कुराहट के ज़ख्म
मुस्कुराहट के ज़ख्म
Dr fauzia Naseem shad
महफिल में तनहा जले,
महफिल में तनहा जले,
sushil sarna
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे
Neelam Sharma
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे राम!धरा पर आ जाओ
हे राम!धरा पर आ जाओ
Mukta Rashmi
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रस्तुति : ताटक छंद
प्रस्तुति : ताटक छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
" कम्फर्ट जोन "
Dr. Kishan tandon kranti
चांद देखा
चांद देखा
goutam shaw
कौन्तय
कौन्तय
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जिस देश में जालसाज़ी कर आईएएस बनना आसान हो, वहां बाक़ी पदों की
जिस देश में जालसाज़ी कर आईएएस बनना आसान हो, वहां बाक़ी पदों की
*प्रणय*
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
दोस्तों, ख़ुशियाँ बाँटते चलो.
Piyush Goel
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
Annu Gurjar
Loading...