Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

तन्हाई को जश्न दे चुका,

तन्हाई को जश्न दे चुका,
मन का संगीत लग चुका,
रंगीन शाम की सजी है महफिल,
जहाँ न कोई कमी, पर
नि: शब्द का रूह ज्वार भाटा,
आवाज कौन दे ?

गौतम साव

3 Likes · 2 Comments · 97 Views
Books from goutam shaw
View all

You may also like these posts

पुष्प की व्यथा
पुष्प की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
कितना अजीब ये किशोरावस्था
कितना अजीब ये किशोरावस्था
Pramila sultan
साक्षात्कार- पीयूष गोयल लेखक
साक्षात्कार- पीयूष गोयल लेखक
Piyush Goel
" सोचो "
Dr. Kishan tandon kranti
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
दीवाली विशेष कविता
दीवाली विशेष कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नीचे तबके का मनुष्य , जागरूक , शिक्षित एवं सबसे महत्वपूर्ण ब
नीचे तबके का मनुष्य , जागरूक , शिक्षित एवं सबसे महत्वपूर्ण ब
Raju Gajbhiye
कोशिशें भी कमाल करती हैं
कोशिशें भी कमाल करती हैं
Sunil Maheshwari
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
शिकायत करें भी तो किससे करें हम ?
Manju sagar
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
प्यार के ढाई अक्षर
प्यार के ढाई अक्षर
Juhi Grover
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
नयनजल
नयनजल
surenderpal vaidya
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shally Vij
रूठे हुए को तो मना लूं मैं,
रूठे हुए को तो मना लूं मैं,
श्याम सांवरा
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Zindagi mai mushkilo ka aana part of life hai aur unme sai h
Sneha Singh
बासी रोटी भी हो तो
बासी रोटी भी हो तो
shabina. Naaz
टूटकर, बिखर कर फ़िर सवरना...
टूटकर, बिखर कर फ़िर सवरना...
Jyoti Khari
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
लक्ष्मी सिंह
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
🙅अचूक नुस्खा🙅
🙅अचूक नुस्खा🙅
*प्रणय*
क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।
क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।
Rj Anand Prajapati
(वक्त)
(वक्त)
Sangeeta Beniwal
मन की डोर
मन की डोर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
खंडर इमारत
खंडर इमारत
Sakhi
Loading...