तनाव
एक राज था जो मुझमे दफ्न था //
जिसे समझा अपना, वो मेरा कफ्न था //
सोचा करता था, फिजूल की बाते,
उच्च रक्तचाप इसी का परिणाम था //
एक अरसा गुजर गया, मुझे मुस्कुराये //
थे कुछ ख़ास दोस्तों के साथ वो लम्हें बिताये //
अजीब सी उलझन मे फसा था मन //
तीव्र पीड़ा, मानसिक रोग से ग्रसित आज ये तन //
:~श्रेयस सारीवान